प्यारे बच्चों आज हम एक समझदार कुत्ते की कहानी सुनेंगे कि कैसे उसने एक बदमाश को पकड़ा । बारिश के दिनों में हमें अपने पालतू जानवर को बाहर नहीं छोड़ना चाहिए,खास कर उन्हें खुल्ले में लोहे की जंजीर से बांध कर नहीं रखना चाहिए । आसमान से बिजली गिरने और जान जाने का खतरा रहता है। ” दादाजी यह बात केशव को समझा रहे थे । इधर उनका कुत्ता सिल्की बाहर जाने के लिए उतावला था, सिल्की बहुत समझदार कुत्ता था । बारिश के कारण उसने दिन की सैर नहीं की थी, जो जानवरों के लिए बहुत आवशयक होती है ।मौसम साफ होते ही केशव ने चमड़े का पट्टा सिल्की के गले में डाला और सैर करने निकल पड़ा ।
उसी गांव में बूढ़ी औरत अपने बेटे के साथ रह रही थी। वह बहुत बीमार थी । उसका लड़का रोज पास के शहर में जा कर काम करता था और अच्छा कमा लेता था ।
आज भी लड़का जब अपने काम पर गया उसी समय एक आदमी उस महिला के घर में घुसा और कीमती सामान बटोरने लगा । बीमार बूढ़ी महिला कुछ समझ पाती इससे पहले बदमाश कीमती सामान समेट कर भागने लगा । बुढिया ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने बुढ़िया को जोर से धक्का देकर गिरा दिया और वहां से रफफुचक्कर हो गया ।
महिला के चिल्लाने पर वहां भीड़ इकट्ठी हो गई, लोग तमाशा देखने खड़े हो गए । केशव अपने कुत्ते के साथ वापस घर लौटने ही वाला था कि उसे शोर सुनाई दिया । वह भीड़ वाली जगह गया जहां बुढिया विलाप कर रहीं थी । पुलिस भी घटना की जानकारी ले रही थी ।केशव को मामला समझते देर न लगी, पुलिस ऑफिसर को वहां एक नया लेकिन फटा कपड़ा दिखाई दिया । उसने महिला से उस कपड़े के बारे में पूछा तो महिला ने बताया कि बदमाश को पकड़ने की कोशिश में धक्का लगाने पर उस बदमाश की कमीज का कपड़ा महिला के हाथ में आ गया लेकिन वह भाग निकला ।
केशव ने वह कपड़ा अपने कुत्ते सिल्की को सुंघाया और फिर सिल्की कूद कूद कर बाजार की ओर जाने का इशारा करने लगा। पुलिस ऑफिसर को समझ आ गया कि कुत्ते की सूंघने की शक्ति तेज होती है और वह उन्हें कहीं ले जाना चाहता है ।
सभी कुत्ते के पीछे पीछे चलने लगे कुत्ता बाजार की गलियों से होता हुआ एक कॉलोनी के तरफ चल गया जहां कोई भी दिखाई नहीं दे रहा था । उसके बाद सिल्की एक टूटे मकान की ओर भागा वहां उसने केशव के हाथ से छूट कर मकान के अंदर छलांग लगा दी । अंदर से जोर जोर से किसी आदमी के चिल्लाने की आवाज आने लगी,पुलिस भी केशव के साथ घर में घुसी ।
कुत्ता एक काले लंबे आदमी पर भौंक रहा था और काटने की कोशिश कर रहा था । आदमी कुत्ते को देख डर गया और भागने लगा । भागते आदमी पर सिल्की ने पीछे से झपट्टा मारा । आदमी गिर गया और मदद के लिए पुकारने लगा । केशव ने हंसते हुए कहा मदद तो हम कर देंगे लेकिन चोरी का माल वापस कौन करेगा ?
आदमी बहुत डरा हुआ था और किसी तरह कुत्ते से पीछा छुड़ाना चाहता था । वह बोला चोरी मैंने ही की है और सब कुछ लौटने तैयार हूं पर मुझे इस कुत्ते से बचाओ । केशव ने सिल्की को हटने के लिए बोला । केशव की आवाज सुन सिल्की शांत हो गया । पुलिस ने चोर को पकड़ लिया ।
बदमाश को पकड़ा गया और चोरी का माल भी बुढ़िया के परिवार को वापस लौटा दिया । केशव और सिल्की को अपराधी की पहचान करने और पकड़ने में मदद करने पर बुढ़िया के परिवार, पुलिस और गांव वालों ने भी धन्यवाद दिया ।